सोमवार, २० जून, २०१६

चामारों ! 

आप के आबादी के ताक़त को पहचान लों !
बौद्ध धर्म पर राज करों !
बौद्ध बनकर ही आप इस देश के हुक्मरान बन सकते हों !
इस के लिए केवल दस बिंदुओं पर एक मत बनाएँ !

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वैसे तो हिन्दू धर्म की रचना वर्ण जाति पर आधारित है इसलिए ब्राह्मण से चमार तक सभी अपनी अपनी जाति मे ही जितें हैं । लेकिन चमार जाति के पीछे "अछूत " शब्द रूपी एक ऐसा राक्षस लगा दिया है की , आप एक एक कर के उसका   मुक़ाबला कर नही सकते । एक व्यक्ति पढ़े , लिखे , कितना भी बड़ा आदमी बने , विदेश जाएँ फिर भी यह अछूत उसका साया नही छोड़ता । इतना ही नही एक परिवार या एक संपुर्ण जाति किसी दूसरें धर्म मे धर्मांतरण करें फिर भी यह " अछूत "उनका पीछा नही छोड़ता । इस " अछूत " के कारण ही लगभग २२ करोड़ लोग देश और विदेशों में भी प्रभावित है , प्रताड़ित हैं । प्रथम इस "अछूत " का ख़ात्मा करना ही हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए न की जाति अंत । क्योंकि अछूत इस दैत्य के करण ही जाति और समाज बदनाम हो चूका हैं । अछूत पहचान के करण ही हुकूमत हम से दूर दूर भाग रही है ।

आइए ! "अछूत " इस मॉन्स्टर का ख़ात्मा करने की आयडिया के बारेमे सोंच विचार करते है । 

१ ) सबसे पहले "अछूत" को पाल पोस कर के उसे बडा करने वाला हिन्दू धर्म, मनूवाद , ब्राह्मणवाद , सवर्ण हिन्दू और उनके देवी-देवताओं पर टिका-टिप्पणी करके उनको जो महत्व दे रहे हैं , बंद करना चाहिए । 

२ ) दूसरे बाबा साहेब डॉ. अम्बेडकर जी से विरासत मे हमें दो औज़ार मिले है । १. बुद्धिस्ट २. शेड्यूल कास्ट । दोनों का इस्तेमाल एक साथ करने की आवश्यकता को समझलेना चाहिए । 

३ ) बिना माँगे ही ज़बरदस्ती हमारी पहचान दलित , हरिजन बना दी गई , इसी तर्ज़ पर हमारे समाज की पहचान " बुद्धिस्ट " बनाने के लिए हमें ख़ुद अब सभी संसाधनों का इस्तेमाल कर लेना चाहिए । 

४ ) क्योंकि "बौद्ध" एक स्वतंत्र धर्म है इसीलिए बुद्धिस्ट कहने मात्र से ही लगभग २२ करोड़ अछूत अपने आप हिन्दू धर्म से अलग हो जाने का संकेत सवर्ण हिन्दूओं को मिल जाता हैं । 

५ ) एक साथ अछूतों का हिन्दू धर्म से अलग हो जाने का मतलब "अछूत " इस राक्षस का अंत हो जाना है । अब रही बात जाति की , तो जाति बौद्ध धर्म मे ऐसे विलीन हो जाएगी की कुछ समय बाद उसका पता भी नही चलेगा । हमें बस इतना ही करना है की बुद्धिस्ट इस औज़ार का इस्तेमाल करने मे संकोच नही करना चाहिए । 

६ ) " शेड्यूल कास्ट " एक ऐसा औज़ार है की जिसे बाबा साहेब डॉ. अम्बेडकर जी ने भारतीय संविधान का हिस्सा बना दिया है । हमारे समाज की रज़ामंदी के बिना कोई माई का लाल इसे हटा नही सकता और न ही हमसे हमारा आरक्षण छीन सकता है । 

७ ) शेड्यूल कास्ट का इस्तेमाल करते समय हमें सिर्फ इतना ही करना हैं की , जैसे आवेदन फ़ॉर्म मे हिन्दू लिखकर शेड्यूल कास्ट प्रमाण पत्र लिया करते थे , अब बौद्ध लिखकर शेड्यूल कास्ट प्रमाण पत्र लेना है । 

८ ) अपने निजी दस्तावेज़ बनाते समय , बच्चों के स्कूल से आरंभ करते हुए कॉलेज , दफ़्तर , चुनाव आदि जहाँ पर भी ज़रूरी हो धर्म के कॉलम मे बौद्ध और जाति के कॉलम मे आप की जो भी जाति है को भी लिखना आवश्यक है । 

९ ) यदि आप के पास बौद्ध बनने के पहले से ही जाति प्रमाण पत्र , कास्ट वैधता प्रमाण पत्र है , तो बौद्ध बनने के बाद भी वे सभी प्रमाण पत्र वैद्य है , क़ानूनी माननीय है । 

१० ) धर्म बदलने के इस आयडिया से यदि आप संतुष्ट है तो आपको तुरंत एक महत्वपूर्ण कार्य करना आवश्यक हो जाता है । धर्म बदलने का गजट ( gazette ) करना । क्योंकि लीगल प्रुफ के तहत गजट प्रति सुरक्षित रखने के बाद ही आप अपने निजी दस्तावेज़ मे बदल कर सकते है ।

धर्म बदलने के लिए वेब साइट: www.dgps.maharashtra.gov.in

बुद्धिस्ट शेड्यूल कास्ट
कानूनी और सम्यक् 
जाति समेत
बौद्ध धर्मांतरण मिशन 

जय रविदास जी ! जय भीम !

अच्युत भोईटे : बी कॉम एम बी ए
दि बुद्धिस्ट शेड्यूल कास्ट मिशन ऑफ़ इन्डिया , पवई , मुंबई -७६
Mo: 9870580728

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